CAA-NRC : Jharkhand Tribals in which list?
नागरिकता पर बवाल : झारखंड का सवाल? वैसे तो कई सवाल हैं, लेकिन क्या होगा आदिवासियों का? किस धर्म की सूची में शामिल किये जाएंगे? ..और सरना कोड का क्या?
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नागरिकता पर बवाल : झारखंड का सवाल? वैसे तो कई सवाल हैं, लेकिन क्या होगा आदिवासियों का? किस धर्म की सूची में शामिल किये जाएंगे? ..और सरना कोड का क्या?
भाजपा में वापस जा रहे हैं बाबुलाल मरांडी..!? फैक्ट फोल्ड के पत्रकार किसलय के साथ झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री व झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबुलाल मरांडी की एक्सक्लुसिव बातचीत..
झारखंड के युवा आदिवासी मानवाधिकार कार्यकर्ता ग्लैडसन डुंगडुंग ने अब तक करीब दो दर्जन पुस्तकें लिखी हैं। इनमें चार अंग्रेजी पुस्तकें हैं। इनकी अगली पुस्तक अगले 2 महीने में प्रकाशित होने वाली है। क्र
:: झारखंड का जॉलीवूड : विवाद और संभावनाएं :: - नारायण साहू (फिल्म डायरेक्टर और कैमरामैन) से बातचीत - झारखंड के जॉलीवूड में कुछ समय से काफी गहमा गहमी है। रीजनल फिल्मों की बाढ़ है तो विवाद भी कम न
झारखंड कोयला लोहा जैसे खनिज ही नहीं खेल प्रतिभाओं का भी खान रहा है। गौरवपूर्ण रहा है इसका खेल इतिहास। इस प्रसंग में हमने अपने पिछले वीडियो में खेल विशेषज्ञ व वरिष्ठ पत्रकार सुभाष डे का एक लंबा इंट
झारखंड में सत्ता का प्रतिक्रियावादी नजरिये का हथियार बन रहा 'राष्ट्रद्रोह' का आरोप। पत्थरगड़ी मामले में 20 लोगों पर लगाया गया राष्ट्रद्रोह का आरोप। चार के खिलाफ वारंट भी जारी हुआ, जिसमें झारखंड
फैक्ट फोल्ड के साथ लम्बी बातचीत करते हुए झारखंड के 75 वर्षीय खेल पत्रकार सुभाष डे का यह लम्बा वीडियो झारखंड के खेल जगत के इतिहास की कई परतें पहली बार उधेड़ रहा है.. थोड़ा वक्त लेकर सुनें..
झारखंड की अपार खनिज एवं वन संपदा पर कॉरपोरेट उद्यम घरानों की गिद्ध दृष्टि हमेशा रही है। सरकार के साथ इनकी सांठ गांठ साबित होती रही है। यहां के भूखंडों के मालिक आम आदिवासी सीधे सादे लोग हैं। स्टेन स
बाबुलाल मरांडी जी ने Fact Fold के साथ एक खास इंटरव्यू में कहाः लोकसभा चुनाव में हार के सवाल पर - ..वोट का अंतर अप्रत्याशित था, यहां तक कि जीतनेवाले को भी इतने सारे वोट की उम्मीद नहीं थी!
एनएसडी दिल्ली से अभिनय की शिक्षा हासिल कर चुके आदिवासी रंगकर्मी काजल मुन्डू की चाह है कि वे झारखंड की सामाजिक समस्याओं और इतिहास पुरूषों पर नाटक तैयार करें जिसका मंचन शहर ही नहीं ग्रामीण इलाकों