Main Points / Brief / Summary
.मुझे याद आता है, उसके बाद पटना से नवभारत टाइम्स की शुरूआत हुई थी। कहते हैं, उन्हीं दिनों पटना में नवागंतुक पत्रकारों की मीटिंग में नवभारत टाइम्स के समूह संपादक राजेन्द्र माथुर ने अपने Motivational Speech में प्रभात खबर का खास उल्लेख करते हुए एक चुनौती बताया था। जी हां.. काफी है यह बताने के लिए कि उस आरंभिक काल में ही प्रभात खबर ने देश के पत्रकारीय जगत में अपनी कैसी पहचान छोड़ी थी। ..लेकिन ऐसा क्या हुआ कि शुरूआत के तीन चार वर्षों बाद ही दोनों पार्टनर की अनबन शुरू हो गई और प्रभात खबर को एक उद्योग समूह के हाथ सौंप देना पड़ा। आज हम इस अखबार की विकास यात्रा पर बात करेंगे हिन्दी दैनिक प्रभात खबर के संस्थापक और प्रथम संपादक एवं देश मुर्धन्य पत्रकारों में से एक एस एन विनोद से. श्री विनोद हमारे साथ नागपुर से ऑनलाइन मौजूद हैं..