बेंगलुरु : कर्नाटक के मतदाताओं ने वर्ष 1985 से एक पार्टी की सरकार को फिर से सत्ता का स्वाद चखने का मौका नहीं देने का अपना रिकॉर्ड कायम रखा है। राज्य की 14 वीं विधानसभा के लिए आए नतीजों में मतदाताओं ने कांग्रेस की सिद्धारामैया सरकार का दोबारा से सत्ता में आने का सपना तोड़ दिया। विधानसभा के लिए आए परिणामों में कांग्रेस 78 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई। 224 सदस्यों वाली विधानसभा में वर्तमान में कांग्रेस के 122 विधायक थे और पार्टी ने सिद्धारामैया की अगुवाई में पांच साल सरकार का चलाई।
कर्नाटक में 1985 से लगातार दूसरी बार सरकार बनाने का मौका जनता दल की अगुवाई में रामकृष्ण हेगड़े को दिया था। इन चुनावों की एक विशेषता यह भी रही कि भाजपा की तुलना में अधिक वोट पाने के बावजूद कांग्रेस सीटों के मामले में बहुत पीछे रह गई। भाजपा को 222 सीटों के आए परिणामों में 104 सीटें मिली और वह बहुमत से 8 सीट दूर रह गई।