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पश्चिम बंगाल के चाय बगानों के आदिवासी मजदूरों की दुर्दशा पर खामोशी क्यों? - नेह अर्जुन इन्दवार जलपाईगुड़ी में सामाजिक कार्यकत्र्ता नेह अर्जुन इन्दवार कहते हैं, पश्चिम बंगाल के चाय बगानों में आदिवासी मजदूरों की हालत दयनीय है। नियमानुसार सामान्य सुविधा तो दूर सरकार की ओर से तय न्यूनतम मजदूरी तक नहीं मिलती। भूख से मौतें होती हैं तो सरकारी एजेंसियां बीमारी से मौत बता देती हैं। चाय बगानों के मालिक वहां के मजदूर संगठनों से लेकर सरकारी बाबुओं तक को आसानी से खरीद लेते हैं। मजदूरों के हितों की बात कोई सुनने वाला नहीं। सुनिये न्यूज मेल की ओर महादेव टोप्पो से श्री इन्वार की बातचीत में हरे भरे चाय बगानों की अन्दरूनी व्यथा कथा..