गोंझू और नईमुद्दीन बच सकते थे | झारखंड में ‘पद्मश्री’ की रेवडि़यां | 86 वर्षीय ईश्‍वरी प्रसाद

एचईसी रांची में कार्यरत रहे ईश्‍वरी प्रसाद एक आंदोलनकारी सामाजिक कार्यकर्ता रहे हैं। फैक्‍ट फोल्‍ड के साथ एक लम्‍बी बातचीत में उन्‍होंने एचईसी प्रबंधन, आंदोलन और रांची के सामाजिक सांस्‍कृतिक जीवन पर अपनी गंभीर राय प्रस्‍तुत की। इस वीडियो में बहुत कुछ चौंकाने वाले तथ्‍य सामने आ रहे हैं जिसपर समाज और सरकार को ध्‍यान देना चाहिए।

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