Author: admin

  • Subhas Dey (Sr Journalist) Talks the History of Jharkhand Sports

    फैक्‍ट फोल्‍ड के साथ लम्‍बी बातचीत करते हुए झारखंड के 75 वर्षीय खेल पत्रकार सुभाष डे का यह लम्‍बा वीडियो झारखंड के खेल जगत के इतिहास की कई परतें पहली बार उधेड़ रहा है.. थोड़ा वक्‍त लेकर सुनें.. आनंद आयेगा। झारखंड के आदिवासी खिलाड़ियों की दर्द भरी कहानी, उनकी गुरबत.. पुटुस का फल खा कर…

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  • Stan Swamy- “Govt. wants to remove me from the way!..”

    झारखंड की अपार खनिज एवं वन संपदा पर कॉरपोरेट उद्यम घरानों की गिद्ध दृष्टि हमेशा रही है। सरकार के साथ इनकी सांठ गांठ साबित होती रही है। यहां के भूखंडों के मालिक आम आदिवासी सीधे सादे लोग हैं। स्टेन स्वामी जैसे कई लोग इन आदिवासियों के हितों के लिये लंबा संघर्ष करते रहे हैं। जाहिर…

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  • Babulal Marandi: I know, Modi has his own ‘AGENDA’..!.. after all I am also from the same School..!

    बाबुलाल मरांडी जी ने Fact Fold के साथ एक खास इंटरव्‍यू में कहाः लोकसभा चुनाव में हार के सवाल पर – ..वोट का अंतर अप्रत्याशित था, यहां तक कि जीतनेवाले को भी इतने सारे वोट की उम्मीद नहीं थी! (देखें: 00:04:18), कोडरमा (झारखंड) लो.सभा 2019 वोट का अंतरः 4,55,600 बाबूलाल मरांडी (झाविमो): 2,97,416 अन्नपूर्णा देवी (भाजपा): 7,53,016…

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  • Jharkhand has plenty of possibilities for the theater groups : Kajal Mundu

    एनएसडी दिल्‍ली से अभिनय की शिक्षा हासिल कर चुके आदिवासी रंगकर्मी काजल मुन्‍डू की चाह है कि वे झारखंड की सामाजिक समस्‍याओं और इतिहास पुरूषों पर नाटक तैयार करें जिसका मंचन शहर ही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी व्‍यापकता से किया जा सके। बीआइटी मेसरा से इंजीनियरिंग कर चुके काजल का कहना है कि अभिनय…

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  • Meenakshi Munda: For tribal youths, obstacles are money-power & manipulations in elections

    डॉ मीनाक्षी मुन्‍डा कहती हैं- ‘आदिवासी युवाओं में नेतृत्व क्षमता कम नहीं, बाधाएं हैं चुनावों में धनबल, तिकड़मबाजी का बोलबाला’। लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड के खूंटी सीट से पिछले दिनों निर्दलीय प्रत्‍याशी के रूप में चुनाव लड़ चुकी डॉ मीनाक्षी ने फैक्‍ट फोल्‍ड / न्‍यूज मेल के संपादक/निर्देशक किसलय से एक खास बातचीत में…

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  • Tribal Laborers of W Bengal Tea Gardens in miserable condition : Neh Arjun Indwar

    पश्चिम बंगाल के चाय बगानों के आदिवासी मजदूरों की दुर्दशा पर खामोशी क्‍यों? – नेह अर्जुन इन्‍दवार जलपाईगुड़ी में सामाजिक कार्यकत्‍र्ता नेह अर्जुन इन्‍दवार कहते हैं, पश्चिम बंगाल के चाय बगानों में आदिवासी मजदूरों की हालत दयनीय है। नियमानुसार सामान्‍य सुविधा तो दूर सरकार की ओर से तय न्‍यूनतम मजदूरी तक नहीं मिलती। भूख से…

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  • My target, Talents of Jharkhand to MILAN Ramp : Sumangal Nag

    आदिवासी फैशन डिजाइनर सुमंगल नाग ने न्‍यूज मेल के महादेव टोप्‍पो से बातचीत करते हुए कहा कि उनका लक्ष्‍य है आदिवासी प्रतिभाओं को मिलान के रैम्‍प तक पहुंचाना। सुमंगल का आव्‍हान है कि झारखंड की प्रतिभाओं के मार्गदशन के लिए वह हमेशा तैयार हैं। सुमंगल नाग झारखंड के कुटीर टेक्‍सटाइल उद्योग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता…

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  • Tribal Chef Ramchandra Oraon recalls his struggle for the goal

    गुमला (झारखंड) के एक छोटे से गांव से निकल कर पांच सितारा होटल में एक्जिक्‍युटिव शेफ (कार्यकारी रसोइया) तक का सफर आसान नहीं था रामचंद्र उरांव के लिए। आज के युवाओं के लिए आदर्श हैं रामा शेफ!.. सुनिये रामचंद्र से साहित्‍यकार महादेव टोप्‍पो की लम्‍बी बातचीत..

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  • Geetashree Oraon says, Jharkhand will now be free from the political maze

    स्‍वर्गीय कार्तिक उरावं व स्व. सुमति उरावं की पुत्री और झारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री श्रीमती गीताश्री उरावं का यह इंटरव्यू थोड़ा लंबा जरूर है लेकिन मुद्दों की विशिष्टता इसे रोचक बना देती है। इंटरव्यू किया है पत्रकार केलि किसलय (Kelly Kislaya)  ने। केलि पायोनियर अखबार में विशेष संवाददाता हैं और देश विदेश के कई…

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  • Ajam Emba : Restoring Tribal Cuisine

    आदिवासियों के बारे में पुरानी धारणा रही है.. वे जंगल में रहते हैं, कंद मूल खाकर गुजर बसर करते हैं। लेकिन इस वीडियो को देखने के बाद आपकी यह धारणा बदल जाएगी। जी हां, बदल रहा है आदिवासी समाज!.. फैक्ट फोल्ड के इस अंक में हम आपकी भेंट करवाने जा रहे हैं एक आदिवासी महिला…

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